राहुल गांधी 2 दिनों के रायबरेली दौरे पर हैं. हालांकि इस दौरे के दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि रायबरेली पहुंचने से पहले उनका विरोध किया गया. तो वहीं अब बिहार में पीएम मोदी की मांग के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी का भी विरोध देखने को मिला है. विधायक मनोज पांडेय ने राहुल की बैठक का बहिष्कार किया है.
रायबरेली में राहुल गांधी की अध्यक्षता में चल रही दिशा बैठक का ऊंचाहार विधायक मनोज पाण्डेय ने बहिष्कार किया है. विधायक बीच बैठक में ही वहां से बाहर निकल आए. इसके पीछे का भी उनकी तरफ से कारण बताया गया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मंच से पीएम मोदी की मां को गाली दी गई थी. ये इसी बात का विरोध है.
बैठक के विरोध को लेकर क्या बोले विधायक
विधायक ने बैठक से बाहर निकलकर कहा कि किसी भी हालत में पीएम मोदी के खिलाफ अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के विकास कार्यों को लेकर सवाल खड़े किए और पूछा कि इस कार्यकाल में क्या-क्या काम किए गए. उन्होंने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी और बैठक में उपस्थित अन्य सभी लोगों को एक लिखित प्रस्ताव सौंपा है, जिसमें प्रधानमंत्री की मां के अपमान की निंदा करने का अनुरोध किया है.
विधायक पांडेय ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए दावा किया कि उन्होंने एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में आईसीयू बिस्तरों की कमी का समाधान नहीं किया है. साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि सांसद बनने के बाद से राहुल गांधी ने संसद में कितनी बार रायबरेली की आवाज़ उठाई है.
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को भारत निर्वाचन आयोग (चुनाव आयोग) पर लगाए गए अपने आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान हुआ था अशब्दों का प्रयोग
बिहार में पिछले दिनों वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी के खिलाफ एक युवक ने अभद्र टिप्प्णी की थी. इसका विरोध देशभर में देखने को मिला. अब यही कारण है कि एक दिनों पहले विरोध और अब बीजेपी विधायक ने बैठक का विरोध किया है.
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी किया था विरोध
प्रधानमंत्री को गाली देने के मामले को लेकर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने अपने समर्थकों के साथ राहुल के रास्ते में धरने पर बैठ गए थे. इसके साथ ही उन्होंने राहुल वापस जाओ के नारे लगाए थे. इसी विरोध प्रदर्शन के चलते राहुल का काफिला करीब 1 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया था. हालांकि बाद में आगे बढ़ सका.